इतनी ऊँची इसकी चोटी कि सकल धरती का ताज यही। पर्वत-पहाड़ से भरी धरा पर केवल पर्वतराज यही। अंबर में सिर, पाताल चरण है । मन इसका गंगा का बचपन है। इस हिमालय की गोद मे बसा देश नेपाल । भारत और नेपाल के लोगो के बीच विशेष प्रकार के सम्बन्ध है । सरकारेँ या मिडिया इस विशेष प्रकार के रिश्ते को समझ पाने मे असमर्थ रही है । यह एक कोशिश है नेपाल की वास्तविकताओ को आप तक पहुँचाने की . . . . . . .
Friday, October 3, 2008
अर्थोपनिषद -३
नेपाली ओर भारतीय जनता कमाती है और जो पैसा बचत होता है उसे सोना मे लगा देती है। सोना पुरी तरह अउत्पादनशील निवेश है। सोना मे निवेश का सिधा लाभ मिलता है साम्राज्यबादी शक्तियो को । क्योकीं सोना के खादानो पर उनका ही कब्जा है। क्यो नही एंक बार हम फिर साने पर प्रतिबन्ध लगांए । सारा सोना बेच डाले लण्डन बालो कों । उससे हमे प्राप्त होंगी ढेर सारे पुंजी और हम लगा सकेंगे उद्योग और सृजन कर सकेंगे ढेर सारी रोजगारी।
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1 comment:
मैं अर्थशाष्त्री नहीं हूँ पर आपकी बात में दम लगता है.
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