Monday, February 8, 2010

स्वर्ण रखना महापाप

श्री प्राप्ति के लिए शास्त्र एवं परम्पराओं के अनुकुल आचरण करना आवश्यक है। आर्यावर्त (जम्बुद्धीप) या कहे आज का दक्षिण एसिया इसलिए कंगाल है क्यो कि हम शास्त्रों के निर्देशो का पालन नही कर रहे है। हमारे यहाँ अमीर भी कंगाल जैसा हीं है। अगर हम सामुहिक रुप से शास्त्रो के निर्देशों के अनुकुल आचरण करें तो कोई कारण नही की हमारा देश समृद्ध एवं सुखी नही बन सकता। शास्त्रों में यह बात बहुत स्पष्ट रुप से कही गई है कि स्वर्ण मे कलि का वास होता है। कलि दुषित है एवं सत्य के विपरीत भी है। अतः अपने पास स्वर्ण रखना शास्त्र के प्रतिकुल है।

हिरण्यकश्यप का अर्थ सोने का राक्षस होता है। अगर कोई व्यक्ति अपने पास एक रती भी सोना रखता है तो उसे गो-हत्या के आघे का पाप चढता है। अगर आप व्यक्तिगत एवं राष्ट्रिय समृद्धि चाहते है तो अविलम्ब अपने पास रखे स्वर्ण एवं उससे बने आभुषण आदि बेच डाले। बेच कर प्राप्त होने बाले धन का निवेश रोजगार, उद्योग, शेयर अथवा स्वदेशी बैंक में करें। यही मुक्ति का मार्ग है यही स्वराज्य का रास्ता भी है।

8 comments:

परमजीत सिहँ बाली said...

विचारणीय पोस्ट।

Udan Tashtari said...

ये तो पहली बार सुन रहे हैं कि सोना रखना महापाप है. अजीब लगा सुनकर.

सूबेदार said...

jo bat kar khate we bhukhe nahi rahte .

अरुणेश मिश्र said...

प्रशंसनीय ।

ZEAL said...

adbhut jaankaari...aabhar !

Unknown said...
This comment has been removed by the author.
Unknown said...

जबरदस्त
आप अपना वलाग भारतवाणी
http://bharatvani.feedcluster.com/
पर जोड़ें तो हमें खुशी होगी व आपके कड़वे सत्य अधिक लोगों तक पहंचेंगे।
आप सच्चाई लिखते हैं इसके लिए आप बधाई के पात्र हैं।

Anonymous said...

आर. एस.एस. और भाजपा और सहयोगी संगठन भारत देश को पाकिस्तान और अफगानिस्तान बनाने की तैयारी कर रही हैं।
मै भी भारत देश का मूल निवसी हूं मगर मै दूरदर्शी परिणाम जान रहा हूं।

ये कुण्ठा ग्रस्त लोग अपनी कुत्सित मानसिकता और छड़िंक राजनैतिक लाभ के लिये भारत के नौजवानो की ताकत का गलत उपयोग कर रहे है। और नौजवानो के अन्दर जहर घोल रहे है।
पड़ोसी देश की राह पर चला रहे है। अरे भईया ये जो जीवन है बहुत अनमोल है।

प््रामाण है सुदर्शन के खिलाफ शांती से कांग्रेस प्रदर्शन कर रही है जो हिन्दू ही है मगर आर.एस.एस. के संगठन के कार्य कर्ता कितनी फूहड़ता से उग्र रुप मे कांगेसी हिन्दूओं को मारने पर उतारु है टीवी पर दिखा रहे हैं। और प्रशासन आर..एस.एस.के कार्यकर्ताओं का साथ दे रहा है।

ये आने वाले कल का आइना है।

मुस्लिम कंन्ट्र्यिों मंे ये ही हो रहा है मरने वाले मुसलमान और मारने वाले मुसलमान

ये भारत का आने वाला कल है मरने वाला हिन्दू और मारने वाला

हिन्दू होगा भारत का अमन चैन खतम कर देगे ये हिन्दू कट्टर वादि

संगठन।


आर. एस.एस. और भाजपा और सहयोगी संगठन दीमक की तरह हैं ये अंन्दर

ही अन्दर देश को खा रही है।