अमेरीकी लोक तंत्र का आधार मिडीया है। जिसने अच्छा मिडीया मेनेजमेंट किया
वह जीत गया। जिसके मिडीया कंसल्टेंट और ईभेंट मैनेजर ने उत्कृष्ट काम
किया उसे चुन लेगी अमेरिकी जनता अपने राष्ट्रपति के रुप में।
हमारे देश मे मुश्किल से 5 प्रतिशत जनता टीभी, अखबार या एफ.एम के जरिए
अपना विचार निर्माण करती है। इसलिए इस दृष्टी से हमारे यहा एक मजबुत
लोकतंत्र है। लेकिन विदेशी शक्ति सम्पन्न राष्ट्र अब हमारे यहां भी मिडीया
मे छदम निवेश बढा रहे है। तो हम यह मान सकते है की भविष्य मे हमारे यहां
भी वही जितेगा जिसकी मिडीया मे अच्छी पकड हो। जनता जाए भाड में।
जो भी हो, अमेरीकी जनता ने ओबामा को अपना मुखिया चुन लिया है। ओबामा अब
अमेरिका ही नही बल्कि सारे विश्व के सर्वाधिक शक्तिशाली व्यक्ति बन गए है।
अमेरीकी लोग खुद को जितना भी उदार एवम आधुनिक दिखाने का प्रयास कर लेकिन
वास्तव मे वह बेहद दकियानुसी एवम फंडामेंटलिष्ट (कट्टर) होते है। अपने
ईतिहास मे अमेरीकी जनता ने आज तक किसी महिला या अश्वेत या गैर ईसाई को
अपना राष्ट्रपति नही चुना था। यह पहली बार है की कोई अश्वेत अमेरिका का
राष्ट्रपति चुना गया है। ओबामा को भी पुर्ण अश्वेत नही कहा जा सकता क्योकी उनकी
माता श्वेत अमेरीकी थी। ओबामा का लालन पालन उनकी नानी ने किया था जिनकी
विचारधारा का ओबामा पर गहरा प्रभाव है। चुनाव से चंद रोज पहले ही उनकी नानी
का देहांत हो गया था।
ओबामा के राष्ट्रपति बनने से दक्षिण एसिया के प्रति अमेरिकी नितीयो मे कोई बुनियादी
फरक आएगा या नही यह देखने वाली बात है। वैसे डेमोक्रेटीक पार्टी जिससे ओबामा
निर्वाचित हुए है, उसे भारत के प्रति सहानुभुति रखने वाला माना जाता है। लेकिन
नेता जिस पार्टी का भी हो दक्षिण एसिया मे द्वन्द बढाने मे अमेरिका की विशेष रुचि
रहती है। दक्षिण एसिया के राष्ट्रो को चाहिए की वह किसी के बहकावे मे न आ कर
अपनी समस्यायो का समाधान करे तथा आपसी भाईचारा और विश्वास बढाते हुए दक्षिण
एसिया मे शांति बनाए रखने का प्रयास करे। इसी मे सबका कल्याण है सबकी समृद्धी है।
आइए जाने हमारे नए अमेरीकी राष्ट्रपति ओबामा के बारे में :
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में ऐतिहासिक जीत हासिल करने वाले
डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार बराक ओबामा के जीवन और उनके राजनीतिक
करियर के अहम पड़ाव-
जन्म - 4 अगस्त 1961, होनोलूलू, हवायी।पारिवारिक पृष्ठभूमि- कीनियाई मूल
के पिता बराक हुसैन ओबामा, अमेरिकी मूल की मां ऐन दुनहाम। 18 अक्टूबर
1992 को मिशेल रॉबिनसन से विवाह। दो बेटियां मालिया और साशा ।
धर्म- ईसाई, यूनाइटेड चर्च ऑफ क्राइस्ट।
शिक्षा-- कोलंबिया विश्वविद्यालय से स्नातक। हावार्ड लॉ स्कूल से आगे की
पढ़ाई। फरवरी 1990 में लॉ रिव्यू में पहले अश्वेत अध्यक्ष निर्वाचित।
राजनीतिक करियर- शिगागो में वर्ष 1991 में नागरिक अधिकारों के वकील के
रूप में सामाजिक कार्य। वर्ष 1992 में राष्ट्रपति चुनाव में बिल क्लिंटन
के लिए मतदाता पंजीकरण अभियान का कार्य। इलोनॉयस से सीनेट के लिए 1996,
1998 और 2002 में निर्वाचित।
जुलाई 2004 में डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन में दिए भाषण से देश भर में
मिली पहचान।अमेरिकी सीनेट के लिए 2 नवंबर 2004 को निर्वाचित। देश के
पांचवें अफ्रीकन-अमेरिकन सीनेटर। 10 फरवरी 2007 को अमेरिकी राष्ट्रपति पद
की उम्मीदवारी का ऐलान।
आधिकारिक रूप से 3 जून 2008 को डेमोक्रेटिक पार्टी से नामंकन। 28 अगस्त
2008 को पार्टी की उम्मीदवारी स्वीकार की।'टाइम' पत्रिका द्वारा वर्ष
2005 में विश्व के 100 प्रभावशाली लोगों में शामिल बराक ओबामा ने 4 नवंबर
2008 को राष्ट्रपति चुनाव में जीत दर्ज की।
1 comment:
हिमवंत भाई आप अपने प्रोफाइल में अपना ई मेल भी जरुर दे दे
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